Weight_loss_image_इंटरमिटेंट_फास्टिंग_(Intermittent_Fasting)

इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting) सही से ना कि जाए, तो आप हो सकते हैं दिल के मरीज़।

आज के समय में पतला हर कोई होना चाहता हैं। उसके लिए बहोत सारे तरीके भी आजमाता है। ऐसा एक भी इंसान नहीं मिलेगा जिसने कभी वजन घटाने के लिए कुछ भी कोशिश ना कि हो। और इसमे लेडिज कि संख्या ज्यादा है। लेडिज अपना वजन जरासा भी बढ़ जाता है तो दुनियाभर के उपवास रखना चालू कर देती हैं।

पर सिर्फ उपवास रखने से ही काम नहीं बनता है। अगर आप भी पतले होना चाहते हो कम मेहनत करके और चाहते हो कि आपको फास्ट रिजल्ट मिले। तो आज मैं आपको बोहोत बढ़िया नया ट्रेडिंग वाला तरीका बताऊँगा जिसे पूरी दुनिया मे लोग आजमा रहे है। और उनको बबहोत अच्छा परिणाम मिल रहा है । जिसे कहते है इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting)

इंटरमिटेंट फास्टिंग सही से ना कि जाए, तो आप हो सकते हैं दिल के मरीज़।

गूगल ट्रेंड में वजन घटाने के लिए एक नया ट्रेंड आया हुआ है “इंटरमिटेंट फास्टिंग” जिसे लोग खूब आजमा रहे है और इसका बोहोत बोलबाला हो रहा है।

यहां तक कि विदेश मे भी इंटरमिटेंट फास्टिंग को बहोत सराहना मिल रही है। तो क्या है इंटरमिटेंट फास्टिंग और इसे कैसे करते है, इसके बारे मे सारी जानकारी आपको एक ही जगह मिले इसलिए मैंने पूरी कोशिश की है।

इंटरमिटेंट फास्टिंग के 8 प्रकार।

1Alternate day fasting (ADF)
2• Eat-Stop-Eat (ESE)
3• 5:2 diet
4• 16/8 Diet
5• Water fasting.
6• Juice fasts.
7• Partial fasting.
8• One Meal A Day (OMAD)
इंटरमिटेंट फास्टिंग के 8 प्रकार।

इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या है ?

इंटरमिटेंट फास्टिंग आज सब लोग इसके बारे मे बात कर रहे है। इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या है? इंटरमिटेंट फास्टिंग मे एक फिक्स समय तक कुछ खाना नहीं रहता है। खाली सिर्फ एक छोटे समय मे ही कुछ खाना होता है

इसे अगर सही तरीके से आजमाया गया तो ये बेहतरीन रिजल्ट दे सकता है

इंटरमिटेंट फास्टिंग के फायदे और नुकसान।

इंटरमिटेंट फास्टिंग ब्लड प्रेशर और ब्लड लिपिड के स्तर को कंट्रोल कर बीमारी के खतरे को भी आपसे दूर रखने में मदद कर सकता है। दूसरी तरफ कई स्टडी से पता चला है कि, जो कुछ लोग कम कैलरी वाला डाइट प्लान फाॅलो करते है वो इंटरमिटेंट फास्टिंग डाइट से कई गुना बेहतर रिजल्ट पा सकते हैं।

इंटरमिटेंट फास्टिंग में कुछ घंटों की फास्टिंग से नहीं ब्लकि, कम कैलोरी कंज्यूम होने की वज़ह से वजन कम होता है।

आमतौर पर उपवास के दौरान लोग खाना खाते समय विटामिंस की कमियों को नहीं भर पाते। यही वज़ह है फास्टिंग करने वाले लोगों का वज़न कम हो जाता है।

एक रिसर्च से पता चला है कि जो लोग फास्ट करते है वो पर्याप्त प्रोटीन्स नहीं खा पाते। जो लोग बहोत लंबे समय तक फास्ट रखते है उन लोगों में हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) की समस्या पायीं जाती है।

वो लोग जो दिन भर उपवास रखते हैं उनकी भूख बहोत ज्यादा बढ़ जाती है। और शाम को आप जरूरत से ज्यादा खाना खा सकते हो।

Healthy_food_image_इंटरमिटेंट_फास्टिंग(Intermittent_Fasting)

जब रात मे लोग उपवास छोडते है और तुरंत सो जाते है। इसी कारण से उन लोगों का हाजमा खराब हो जाता है। और कई पेट की समस्याओं को बुलावा मिलता है। इसके साथ ही ये चीज़ ब्लड प्रेशर को और एसिडिटी को भी बढ़ा देती है

हमेशा हाई ब्लड प्रेशर और एसिड फ्लक्स और दोनों एक साथी ही होते है, इन दोनों स्थिति मे मोटापा और अनहेल्दी डाइट जैसे रिस्क फैक्टर जुड़े है।

इंटरमिटेंट फास्टिंग कैसे करें ?

16/8 इंटरमिटेंट फास्टिंग सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला इंटरमिटेंट फास्टिंग तरीका माना जाता है। 16/8 इंटरमिटेंट फास्टिंग में 16 घंटे का फास्ट रखना होता है और 8 घंटे के समय में आप खाना खा सकता है। 16 घंटे फास्टिंग के दौरान याद रहे कि आपको कोई ठोस आहार नहीं लेना है। सिर्फ पौष्टिक चीजे ही खानी या पीनी है। जैसे पानी, चाय, कॉफी या नींबू पानी और तरल पदार्थ ही लेना हैं।

आप हेल्दी लिक्विड भी ले सकते हैं. यह साइकिल रोज दोहराईये ।

या फ़िर हफ्ते मे कुछ समय के लिए दोहराए। इसमें आप हफ्ते में सिर्फ 2 बार खाना खा सकते सकते है। और या फिर हफ्ते में कुछ दिनों के लिए. दरअसल 16/8 इंटरमिटेंट फास्टिंग में 8 घंटे के फास्ट करने से शरीर में किटोसिस नामक घटक बढ़ता है जिससे वजन घटाने में बहोत सहायक मिलती है।

इंटरमिटेंट फास्टिंग 16-8

इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent fasting) के सूची में जिसे सबसे ज्यादा लोकप्रियता प्राप्त हुई हैं वो 16:8 है। 16:8 फास्टिंग में आपको 16 घंटे उपवास रखना पड़ता है और सिर्फ 8 घंटे के अन्दर आप कुछ खा सकते हो।

इस 16 घंटे के उपवास के समय में आप केवल सिर्फ ब्लैक कॉफी, बिना चीनी और दूध की चाय और सिर्फ पानी ही पी सकते है।

ये काफी असरदार तरीका है वजन कम करने का, और 16:8 फास्टिंग को कई लोग अपनी लाइफ में ईस्तेमाल करते है, जो भी इसके बारे मे जानता है वो इसे जरूर आजमाता है।

इंटरमिटेंट फास्टिंग से 1 महीने के परिणाम।

इंटरमिटेंट फास्टिंग ब्लड प्रेशर और ब्लड लिपिड के स्तर को कंट्रोल कर बीमारी के खतरे को भी आपसे दूर रखने में मदद कर सकता है। दूसरी तरफ कई स्टडी से पता चला है कि, जो कुछ लोग कम कैलरी वाला डाइट प्लान फाॅलो करते है। इंटरमिटेंट फास्टिंग डायट से कई गुना बेहतर रिजल्ट पा सकते हैं।

इंटरमिटेंट फास्टिंग में कुछ घंटों की फाइटिंग से नहीं ब्लकि, कम कैलोरी कंज्यूम होने की वज़ह से वजन कम होता है।

इंटरमिटेंट फास्टिंग 5:2 डाइट।

5/2 का मतलब है कि आप हफ्ते में 5 दिन कुछ भी आपका मनपसंद खाना खा सकते है, और बाकी 2 दिन आपको फास्टिंग करना होता हैं। शुरुआती 5 दिनों में आप अपनी मन पसंद चीजे खा सकते हो, चाहे वो कुछ भी हो, पर उसके बाद आप जब 2 दिन का फास्टिंग करेंगे तो आपको वो 2 दिनों में दूध दलिया और सब्जियां जैसी जिसमें कम कैलरी होती है वो वाला खाना खाना होगा।

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इस 2 दिन की फास्टिंग में आपको लगभग 500-600 तक कि कैलरीज तक का खाना आपको खाना पडेगा । और याद रखिए इस 2 दिनों में आपको ज्यादा से ज्यादा पानी पीना होता है। जितना पानी आप पियोगे उतना आपके लिए अच्छा है। इस प्रोसेस को आप हफ्ते में 2 बार या फिर चाहो तो 1 बार भी दोहरा सकते हैं। 5/2 फास्टिंग एक ऐसा प्रोसेस है जिसे करने से आपका metabolism fast होता है और इस वज़ह से आपका खाया हुआ खाना जल्दी हजम होने मे मदत हो जाती है।इससे आपका खाना जल्दी हजम होगा तो आपका वजन अपने आप कम हो जाएगा और आप बेहतर मेहसूस करोगे ।

इंटरमिटेंट फास्टिंग में हार्ट अटैक।

वैज्ञानिकों की मानें तो वो लोग जो इंटरमिटेंट फास्टिंग करतेहै। उन लोगों में हार्ट डिजीज यानी दिल की बीमारी से मौत का खतरा 91% तक बढ़ा हुआ पाया गाया है।

अमेरिका की एक हार्ट एसोसिएशन की बैठक में सामने आयी यह शुरुआती रिसर्च बताती है कि, वो लोग जो एक खास समय में ही खाते हैं, उन लोगों की दिल की बीमारी (heart disease) से मौत का खतरा बहोत ज्यादा होता है।और उस रिसर्च में ये भी बात सामने आयी कि जो लोग 12 से 16 घंटे के बीच खाते हैं उनको दिल की बीमारी का खतरा बहोत कम होता है।

तो इस बात से ये साबित होता है की, इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting) सही से ना कि जाए, तो आप हो सकते हैं दिल के मरीज़। खतरनाक साबित हो सकता है वजन घटानेवाला 5:2 डाइट का नया ट्रेंड।

निष्कर्ष

सभी लोग पतला होना चाहते है, अच्छा दिखना चाहते है, इसके लिए हम कभी कभी ऐसे खतरनाक नुस्खे आजमाते है कि, वो हमें फायदा कम और नुकसान ज्यादा पोहचाते है। आज कल सब के हाथों में स्मार्ट फोन होता है। और गूगल या यूट्यूब पर हर तरह की जानकारी भरी पडी है। पर क्या वो जानकारी सही है या नहीं अगर आप उसे आजमाते है तो आपको उसका फायदा होगा कि नुकसान। इसके बाद में सोच के ही कोई भी चीज़ कीजिए। सोशल मीडिया पर जानकारी तो बहोत है, पर गलत जानकारी भी बहोत सारी है। जब भी कोई चीज़ का प्रयोग करे सलाह मशवरा लेके ही कीजिए।

मैं आशा कर्ता हूँ कि इंटरमिटेंट फास्टिंग intermittent fasting के बारे मे आपको सही से समझा पाया हू। अगर आपको ये जानकारी अछि लगी हो तो कमेन्ट मे जरूर बताये। धन्यवाद

FAQ

इंटरमिटेंट फास्टिंग में हम क्या खा सकते हैं?

इंटरमिटेंट फास्टिंग में आपको जूस, ब्लैक टी, ब्लैक कॉफी, जैसी पौष्टिक एवं हल्की चीजों का सेवन करना चाहिए।

क्या इंटरमिटेंट फास्टिंग में रोटी खा सकते हैं?

इंटरमिटेंट फास्टिंग में आप रोटी नहीं खा सकते, आपको सिर्फ जूस जैसी चीजे ही लेनी है।

तेजी से वजन घटाने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग कैसे करें?

आप 16/8 फास्टिंग का ईस्तेमाल कर सकते है, जिसमें 16 घंटे का उपवास होता है। और सिर्फ 8 घंटे में खाना होता है। ये बहोत ज्यादा लोगों द्वारा अपनाया गया ट्रेडिंग फार्मूला है। ये आपको बेहतर रिजल्ट दे सकता है।

इंटरमिटेंट फास्टिंग कब तक करें?

इंटरमिटेंट फास्टिंग को 3-6 महीने तक दोहराना है रोजाना। अगर इसे सही से करेंगे तो आपको बेहतरीन रिजल्ट मिल सकते है।

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