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क्या विटामिन डी कैनसर को ठीक कर सकता है?

रोज मर्रा की लाइफ में हम सब इतने व्यस्त हो जाते हैं की, हमें खुद पर ध्यान देने के लिए भी टाइम नहीं होता। मगर इस बीच में उनको कोई बीमारी हो गई है, ये भी उनको पता नहीं चलता है, पर जब उन्हें पता चलता है, तबतक देर हो जाती है, दोस्तों में डेली हेल्थ फिटनेस और पर्सनल केयर के बारे में पोस्ट लिखता हूँ, जिससे की आप हमेशा हेल्दी रहेंगे और बहुत सी आने वाली बेमरियो से बचने के लिए तयार हो सकते है।

आज के पोस्ट में हम देखेंगे की क्या विटामिन डी कैनसर को ठीक कर सकता है? इसके बारे में पूरी जानकारी लेंगे,क्या सच में विटामिन डी कैंसर को ठीक कर सकता है ?

क्या विटामिन डी कैनसर को ठीक कर सकता है?

विटामिन डी एक ऐसा पोशक तत्व है, जो अलग अलग तरह के कैंसर के खतरों को कम करता है। शोध से ये सबित हुआ है कि, जिन लोगो के रक्त में विटामिन डी का स्तर ज्यादा होता है, उनको कैंसर होने का खतरा कम होता है। विटामिन डी का स्तर जितना ज्यादा हो उतना ही स्तन कैंसर होने की संभावना कम होती है।

महिलाओं में विटामिन डी की कमी के लक्षण

महिलाओं में ज्यादा तर ये प्रॉब्लम पइ जाती है, तो कैसे पता करे की आपको विटामिन डी की कमी है,

  थकान होना

हड्डी में दर्द।

मांसपेशियों में कमजोरी,

मांसपेशियों में दर्द या मांसपेशियों में ऐंठन ।

मूड में बदलाव,

अवसाद की तरह।

सिस्टिक फाइब्रोसिस ,

क्रोहन रोग और सीलिएक रोग

ये स्थितियां आपकी आंतों को पूरक के माध्यम से पर्याप्त विटामिन डी को अवशोषित करने से रोक सकती हैं, खासकर यदि स्थिति का इलाज नहीं किया गया है।

यदि रक्त परीक्षण से पता चलता है कि किसी व्यक्ति में विटामिन डी की कमी है या होने का खतरा है, तो डॉक्टर उन्हें इसका सेवन बढ़ाने की सलाह दे सकते हैं।

विटामिन डी की कमी से क्या होता है

विटामिन की कमी से हमारे शरीर के हड्डियों ओर मस्पेशियोमे समस्या पैदा हो जाति है उससे हमारे राग ओर त्वचा पर प्रभाव पड़ता है |

विटामिन डी की कमी से स्किन कैनसर हो सकता है,

विटामिन की कमी से महिलाओं में स्तन कैंसर होता है,

अगर विटामिन डी नहीं मिला तो स्किन से जूड़ी बिमरिया होने लगती है, जैसे स्किन एलर्जी, दाद, जैसी बिमारी आपको सालों साल जाकड़ लेती है, जो जल्दी से पीछे नहीं छोड़ती,

नजर कामजोर हो सकती है विटामिन डी की कमी की वजह से,

मसल्स को ग्रोथ करने में भी विटामिन डी बोहोट हेल्प करता है।

हमारी शरीर की हड्डियो को मजबूत बनाने का काम विटामिन डी करता है,

हमारे बालो को स्ट्रॉन्ग बनाने में भी विटामिन डी का हाथ है,

हमारे शरीर में विटामिन डी का स्तर सही होने से हमारी त्वचा, हड़ड़ी, और अच्छा रहता है,

और कई शोध में पाया गया है की, विटामिन डी की कमी से कैंसर होने का भी खतरा आप पे मंदराता है।

विटामिन डी की कमी कैसे दूर करें

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मशरूम में विटामिन डी2 पाया जा सकता है। विटामिन डी3 मुख्य रूप से पशु स्रोतों जैसे लीवर और टूना, सैल्मन, मैकेरल और हेरिंग सहित तैलीय मछली से आता है। अंडे की जर्दी भी डी3 का बहुत अच्छा स्रोत है। प्रत्येक अंडे में आपको अपनी दैनिक आवश्यकता का लगभग 10 प्रतिशत मिलेगा।

 विटामिन डी की कमी के कारण

विटामिन D की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस बिगड़ जाता है। विटामिन D कि कमी से हमारे मस्पेशियों मै दर्द शुरु हो जाता हैं ओर उसकी वजह से हमारे हड्डियों को पोषण कम मिलता है कलशिया।की कमी हमे बोहोत कमजोर बना देती है | 

मशरूम मशरूम में विटामिन डी की अच्छी मात्रा होती है। यूवी किरण के संपर्क में आने पर मशरूम विटामिन डी का उत्पादन करते हैं। …

दूध में भी कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। …

दही

विटामिन डी की कमी के प्रभाव

विटामिन डी की कमी एक सामान्य विटामिन की कमी है जो आपकी हड्डियों और मांसपेशियों में समस्या पैदा करती है। यह आमतौर पर 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और गहरे रंग की त्वचा वाले लोगों को प्रभावित करता है। यह रोकथाम योग्य और उपचार योग्य है |

विटामिन डी की कमी क्या है?

  विटामिन D की कमी से सभी उम्र के लोगों में मांसपेशियों में दर्द, कमज़ोरी और हड्डियों में दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। मांसपेशियों में ऐंठन (टेटनी) शिशुओं में रिकेट्स का पहला संकेत है की विटामिन की कमी के करण हमारे शरीर मै बोहत सरे बदलाव आते है ओर हमे बोहोत कमजोरी आती है

विटामिन डी की कमी से स्वयं की देखभाल

विटामिन D की कमी अक्सर उन लोगो की होती है जिन्हे सूरज की रौशनी कम मिल पति है आहार में भरपूर विटामिन D का सेवन नहीं कर पाते हैं।

आपको ठीक होने में कितना समय लगेगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी कमी कितनी गंभीर है। हालाँकि, आपके विटामिन डी के स्तर को सामान्य सीमा में वापस जाने में आम तौर पर लगभग 6-8 सप्ताह का समय लगता है।

विटामिन डी की कमी का इलाज

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 कुछ खाद्य पदार्थ प्राकृतिक रूप से विटामिन डी3 से भरपूर होते हैं। सबसे अच्छे स्रोत वसायुक्त मछली का मांस और मछली के जिगर का तेल हैं। अंडे की जर्दी, पनीर और बीफ़ लीवर में कम मात्रा पाई जाती है।

आप सूरज की रोशनी में अपना समय बढ़ाकर, पूरक आहार लेकर और मशरूम सहित कुछ खाद्य पदार्थ खाकर अधिक विटामिन डी प्राप्त करने में सक्षम हो सकते हैं।

निष्कर्ष :

एक नॉर्मल सी चीज बिमारी में बदल ते देर नहीं लगती, हमारी एक ला परवाही हमें एक बिमरी दे सकती है, विटामिन डी की कमी उसी बात का साबुत है, जो हमे आसनी से प्रकृति से मिल सकती है, इसके लिए कई लोग गोली और दवाई लेते हैं, विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए, मैं आशा करता हूं कि इस पोस्ट में मैंने विटामिन डी से होने वाली बिमरिया और उनसे कैसे बचे इसके बारे में सही से समझा पाया हूं,अगर आपको ये post अच्छा लगा हो, तो आपके दोस्तों और रिश्तेदारों में शेयर करके मुझे सपोर्ट कर सकते है, धन्यवाद।

विटामिन डी क्या है?

विटामिन डी एक पोशक तत्व होता है, जो वसा में ऐसी से घुलनशील है, और हमारे शरीर को सही तरीके से कम करने में मदद करता है।

विटामिन डी के प्रकर

विटामिन डी के 2 प्रारूप होते हैं, 1) विटामिन डी2 और दूसरा विटामिन डी3

विटामिन D स्रोत

सूर्य प्रकाश विटामिन डी का एक मुख्य स्रोत माना जाता है, और उसके साथ ही मशरूम
झींगा, सैल्मन मछली
अंडे का योल्क
कॉड लिवर तेल
संतरे का रस
दूध
अनाज का जूस
दही, इत्यादि।

विटामिन डी की कमी से होने वाले रोग

विटामिन D की कमी से हड्डियो में कमजोरी आ जाती है, दिल की बिमारी होती है, और बच्चों में अस्थमा भी पाया जाता है

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